Friday, 7 August 2020

Bandish Bandits Review in hindi

अगर आप संगीत प्रेमी है और शास्त्रीय संगीत से ताल्लुक़ रखते है तो आपको Bandish Bandits  ज़रूर देखनी चाहिए ।
अमृतपाल सिंह और लारा अहसान चाँदनी ने एक अच्छी मज़बूत कहानी लिखी है, जिसे आनंद तिवारी ने बख़ूबी निर्देशित किया है ।
 शंकर अहसान लॉय के साथ संगीत की पूरी टीम ने अपना कर्तव्य बहुत अच्छे से निभाया है कहानी के साथ पूरा न्याय किया है ।


Webseries की कुछ अच्छी बातें 

  1. सभी ऐक्टर्ज़ और ऐक्ट्रेस ने बड़े दिल से काम किया है जो उनके किरदार में झलकता है ,
  2. अगर आप भारतीय शास्त्रीय संगीत से जुड़े है तो आपको यह Webseries देख कर अपनापन सा लगता है क्यूँकि ये Webseries आपको शास्त्रीय संगीत की दुनिया में ले जाने में कामयाब हुई है 
  3. ख़याल, ठुमरी,आलाप,तान,रियाज़ घराना ,राग,बसंत, बाहर,गंडाबंधन जैसे  शास्त्रीय संगीत के शब्दावली आपको वेबसीरेस में सुनने में मिलती है जो किसी भी शास्त्रीय संगीत के साधक को उसकी ओर आकर्षित कर सकती है ।
  4. जब भी किसी के गाने का सीन आता है तो ऐक्टर्ज़ कि हाथो की हरकतें और इक्स्प्रेशंज़ आपको ये विश्वास दिला देते है की ये सचमुच के कुशल गायक है 
  5. Webseries मनोरंजन के साथ साथ कई गहरे संदेश भी देती है और आज के युवाओं को प्रेरणा भी।
  6. यह पूरे मसाले के साथ बनायी गयी है जिससे आप कभी बोर नहीं हो सकते।
  7. Webseries के अंत के एपिसोड्ज़ आपके दिमाग़ में गहरी छाप छोड़ेंगे 
  8. इसका अंत बेहद ख़ूबसूरत और गहरा है ।
Webseries की कुछ कमियाँ 

  1. कुछ दृश्य बिना किसी वजह के Webseries में जोड़ दिए जाते है।
  2. यूथ को आकर्षित करने कि लिए कई जगह पर गालियाँ और intimate सीन दिखाए गए है जिनहें देख कर लगता है की वो बेवजह बस डाल दिए गए है 
  3. Foley और बैक्ग्राउंड स्कोर में कुछ कन्फ़्यूज़न सा लगता है और डोनो कमज़ोर भी ।
  4. गायक अपने घर में गा रहा है या खुली पहाड़ी पर लेकिन आवाज़ स्टूडीयो में रिकॉर्डेड फ़िल्टर सी आती है , इतनी छोटी से ग़लती से हम शायद सीन में घुस नहीं पाते या उसे और अच्छे से महसूस नहीं कर सकते ।
  5. Webseries के संगीत का पोस्ट प्रोडक्टुइन और मिक्सिंग कमज़ोर है ।

ख़िरी बात और रेटिंग 

चाहे आप संगीत से जुड़े हो या ना जुड़े हो आपको Bandish Bandits ज़रूर देखनी चाहिए क्यूँकि ये गिसे पिटी बॉलीवुड फ़िल्म और अन्य Webseries से बिलकुल ही  अलग है।
इसमें आपको family drama ,family value, life value ,motivation,romance, rivalry जैसे हर चीज़ सही मात्रा में देखने को मिल जाएगी 
जिससे आप बोर भी नहीं होने वाले और आपको जीवन की कुछ बड़ी सीखे भी मिल जाएगी 

Final ratings - 3.5 / 5


 



Thursday, 6 August 2020

thath of north indian music





थाट 

सप्तक के 12 स्वरों में से 7 स्वरों का क्रमानुसार समुदाय जैसे 
सा रे ग म प ध नी को सप्तक माना जाता है ।
प्राचीन ग्र्ंथो में मेल शब्द का प्रयोग किया गया है ।

ठाठ के कुछ महत्वपूर्ण नियम 
  1. प्रत्येक ठाठ में केवल 7 ही स्वर होंगे ,ना 7 से ज़्यादा और ना ही कम 
  2. ठाठ के स्वर क्रम अनुसार होंगे ,जैसे सा रे ग म प ध नी 
  3. किसी भी स्वर को थाट में दोहराया नहीं जाएगा जेसे -सा रे रे ग /या किसी भी अन्य तरीक़े से 
  4. ठाठ को गाया बजाया नहीं जाता ये केवल समझने और समझाने कि लिए होता है ।
  5. राग को उत्न्प्न्न करने की विधि में ठाठ का एक महत्वपूर्ण योगदान है ।
हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति में आजकल 10 ठाट माने जाते हैं। आधुनिक काल में स्व. विष्णु नारायण भातखण्डे ने ठाट-पद्धति को प्रचार में लाने की कल्पना की और ठाटों की संख्या को 10 माना है। ठाटों के नाम और स्वर निम्नलिखित हैं–

  1. बिलावल ठाठसा रे ग म प ध नी सां
  2. कल्याण सा रे ग मे प ध नी सां
  3. खमाज -सा रे ग म प ध नी सां
  4. भैरवसा रे ग म प  नी सां 
  5. काफ़ी -सा रे  म प ध नी सां
  6. मरवासा  रे ग मे प ध नी सां 
  7. पूर्वी - सा  रे ग म प  नी सां 
  8. असावरी -सा  रे  ग म प  नी सां
  9. तोड़ी -​सा रे  मे प  नी सां  
  10. भैरवी -​सा रे  म प  नी सां  
 


Saturday, 1 August 2020

Taanpura

तानूपूरा 

उत्तर भारतीय संगीत में तानपपूरे का महत्वपूर्ण स्थान है, क्यूँकि यह कलाकार को निश्चित स्वर देता है जिसे कलकारो को सुर में गाने या बजाने में सहायता मिलती है और मधुर अनुकूल वातावरण का निर्माण भी होता है ।

तानपुरे के तार 

तानपुरे में 4 तार होते है ।

प्रथम तार को मंद्र पंचम से अथवा रागों के अनुकूल किसी निश्चित स्वर में मिलाया जाता है ।
जैसे मालकाउंस राग में मध्यम 
पूरियाँ में निषाद ।
तानपुरे के दूसरे और तीसरे तार हमेशा मध्य सप्तक के षडज में मिलाय जाते है ।और चौथा तार मंद्र षडज में मिलाया जाता है ।

तानपुरे के अंग

  1. तुम्बा
  2. तबली 
  3. ब्रिज 
  4. सूत
  5. कील /मोगरा/लंगोट 
  6. पत्तियाँ 
  7. गूल 
  8. डाँड
  9. अटक 
  10. तार 
  11. मानक